अब अफसर भी बस-टेम्पो से पहुंचेंगे दफ्तर! देहरादून RTO की अनोखी पहल

जहां एक तरफ बढ़ते प्रदूषण और ट्रैफिक जाम से शहर जूझ रहा है, वहीं देहरादून आरटीओ ने एक मिसाल कायम की है। 5 जून से, हर गुरुवार को देहरादून RTO ऑफिस पूरी तरह से ‘वाहन-मुक्त’ होगा। मतलब, उस दिन कोई भी अधिकारी या कर्मचारी निजी वाहन से दफ्तर नहीं आएगा। सभी को साइकिल, ई-रिक्शा, लोकल बस या अन्य सार्वजनिक साधनों का इस्तेमाल करना होगा।

अब अफसर भी बस-टेम्पो से पहुंचेंगे दफ्तर!

इस नई पहल की घोषणा खुद आरटीओ देहरादून संदीप सैनी ने की। उनका कहना है कि यह न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक छोटा लेकिन असरदार कदम है, बल्कि इससे पब्लिक ट्रांसपोर्ट की असलियत भी सामने आएगी। अफसर और कर्मचारी खुद जब बसों और लोकल ट्रांसपोर्ट में सफर करेंगे, तो उन्हें आम जनता की समस्याओं की बेहतर समझ होगी।

इस मुहिम का एक और बड़ा मकसद यह है कि हर हफ्ते कम से कम एक दिन RTO दफ्तर परिसर में प्रदूषण और ट्रैफिक दोनों से राहत मिले। गुरुवार को यह दफ्तर निजी वाहनों से पूरी तरह मुक्त रहेगा।

क्या कहती है योजना

  • हर गुरुवार कोई निजी वाहन दफ्तर में नहीं लाया जाएगा
  • अधिकारी चाहें तो साइकिल, पैदल या किसी भी सार्वजनिक साधन से आ सकते हैं
  • योजना का उद्देश्य पर्यावरण बचाना और पब्लिक ट्रांसपोर्ट का अनुभव लेना है
  • सफल रहा तो अन्य सरकारी विभागों में भी लागू की जा सकती है यह मुहिम

जनता को इससे क्या फायदा मिलेगा

  • अफसरों को ट्रैफिक और लोकल ट्रांसपोर्ट की ज़मीनी हकीकत पता चलेगी
  • पर्यावरण के लिए अच्छा संदेश जाएगा
  • सरकारी कर्मचारी खुद समाज के लिए उदाहरण बनेंगे