उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी का सिलसिला जारी है। अल्मोड़ा जिले के हवालबाग ब्लाॅक के अंतर्गत रैलाकोट के जंगल में तेंदुए का शव पड़ा मिला है। प्रथम दृष्टया ठंड तेंदुए की मौत ठंड बताई जा रही है। फिलहाल वन विभाग ने तेंदुए का पोर्टमार्टम करवाया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का असल कारण सामने आ पाएगा।
जंगल में मिला तेंदुए का शव
बता दें रविवार को रैलाकोट के जंगल में तेंदुआ का शव पड़ा मिला। स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी वन विभाग को दी। वन विभाग ने मौके पर पहुंचकर तेंदुए के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एनटीडी रेस्क्यू सेंटर पहुंचाया। पशु चिकित्सकों ने तेंदुए के शव को पोस्टमार्टम कर वन विभाग की टीम को सौंप दिया है। मिली जानकारी के अनुसार रेंजर मोहन राम आर्या ने बताया कि नर तेंदुए की उम्र लगभग 10 साल थी। दो से तीन दिन पहली उसकी मौत हो चुकी थी। प्रथम दृष्टया तेंदुए की मौत का कारण ठंड से होना माना जा रहा है। असल कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएगा।
ठंड से हो जाती है रोग प्रतिरोधक क्षमता कम : चिकित्सक
जानकारी के अनुसार डॉ. करन गुप्ता ने बताया कि देर रात के समय तापमान माइनस में पहुंच रहा है। ऐसे में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने पर जंगली जानवरों को निमोनिया की शिकायत हो जाती है। तेंदुए की मौत भी ठंड से होना प्रतीत हो रहा है। चिकित्सकों ने तेंदुए के शव को वन विभाग को सौंप दिया है। जिसके बाद वन विभाग ने शव को जलाकर नष्ट किया।