बद्रीनाथ धाम यात्रा चरम पर है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। इसी भीड़ का फायदा उठाकर कुछ असामाजिक तत्व चोरी जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे थे, जिससे तीर्थयात्रियों को परेशानी हो रही थी। तीर्थ क्षेत्र में मिल रही पॉकेटमारी की शिकायतों के बाद बद्रीनाथ पुलिस अलर्ट मोड पर थी और लगातार संदिग्धों पर नजर रख रही थी। इन घटनाओं को एसपी चमोली ने अत्यंत गंभीरता से लियाा और पुलिस को तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ़्तारी के निर्देश दिए।
चमोली एसपी के निर्देशों के क्रम में उप निरीक्षक मनोज भट्ट के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। इस टीम ने चोरी की घटनाओं वाले स्थानों और आसपास के क्षेत्रों के सीसीटीवी फुटेज की गहनता से जांच शुरू की। फुटेज खंगालने के दौरान पुलिस को एक महिला संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त पाई गई। पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदिग्ध महिला की पहचान कर उसे बद्रीनाथ स्थित बामणी गांव के पास बद्रिका कॉटेज क्षेत्र से दबोच लिया। महिला की पहचान बेबी पत्नी राजेंद्र निवासी हरिद्वार के रूप में हुई है।
प्रारंभिक पूछताछ में महिला ने चोरी की घटनाओं से इनकार कर दिया, लेकिन जब पुलिस ने उसे सीसीटीवी फुटेज दिखाए, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पूछताछ में महिला ने बताया कि वह बेरोजगार है और अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए वह भीड़भाड़ वाली जगहों पर अकेले ही जेबकतरों और चोरी की वारदात को अंजाम देती थी। महिला ने बताया कि तप्त कुंड में नहाने गए श्रद्धालुओं के पर्स, मोबाइल और कीमती सामान पर वह बड़ी ही चालाकी से हाथ साफ किया करती थी।