जोशीमठ शहर में असुरक्षित भवनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक कुल 678 भवन चिह्नित किए जा चुके हैं। आज शाम होटल मलारी से ध्वस्तीकरण की शुरुवात हो गयी थी। जिसे स्थानीय लोगों के विरोध के कारण बंद करना पड़ा। होटल के मालिक ठाकुर सिंह राणा ने कहा की मैं होटल की इमारत तोड़े जाने का विरोध नहीं कर रहा हूँ, बल्कि सरकार से उचित मुहावजे की मांग कर रहा हूँ। मैं मांग कर रहा हूं कि बद्रीनाथ में विकास परियोजनाओं के दौरान दिए गए मुआवज़े की तरह मुझे भी दिया जाए.राज्य सरकार बिल्कुल सहयोग नहीं कर रही है। मैं यहां तब तक बैठा रहूंगा जब तक मैं मर नहीं जाता। देर शाम आक्रोशित लोग होटल के सामने धरने पर बैठ गए। इसके बाद लोगों ने सरकार व एनटीपीसी के नारे लगाते हुए जाम लगा दिया। लोगों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक मुआवजा तय नहीं होगा तब तक वे होटल टूटने नहीं देंगे।
