दुबई में फलैश फल्ड का कारण कहीं Cloud seeding तो नहीं ? पढ़ें ये रिपोर्ट

UAE का फेमस शहर दुबई ये वो जगह है जहां लोग बादल देखने को भी तरसते थे आज उसी देश में लोग बरसात से परेशान हैं । पिछले 4 दिनों से UAE  में बरसात रुकने का ही नाम नहीं ले रही है जिस वजह से दुबई में बाढ़ के हालात देखने मिल रहे हैं। जैसे ही इस हाइटैक सीटी के जलमग्न होने की तस्वीरें सोशल मिडीया पर वायरल होने लगी वैसे ही लोग इसे लेकर अलग अलग तर्क देने लगे। कोई इसे क्लाउड सीडिंग (Cloud seeding) बता रहा है तो कोई खुदा का प्रकोप। पिछले कुछ दिनों से डेजर्ट सीटि दुबई कि जलमग्न होने की तस्वीरें इंटरनेट पर खूब वायरल हो रही हैं कहीं बड़ी बड़ी बिल्डिंग पानी में डूबते दिख रही हैं, तो कहीं गाड़ियां पानी में कागज की तरह बहती दिखाई दे रही हैं। इसी के साथ UAE से 20 लोगों कि मौत की खबर भी सामने आई है। वैज्ञानिकों की मानें तो ये सब क्लाउड सीडिंग (Cloud seeding) में गड़बड़ी की वजह से हुआ है.

क्या है क्लाउड सीडिंग? (Cloud seeding)

Cloud seeding का आसान मतलब है आर्टिफिशियल रेन। क्लाउड सीडिंग (Cloud seeding) की प्रोसेस  में विमानों की मदद से सूखी बर्फ या सिल्वर आयोडाइट एरोसोल का बादलों के ऊपरी हिस्से में छिड़काव किया जाता है। इससे छोटे छोटे कण हवा से नमी सोखते हैं फिर कान्डेन्सेशन की प्रोसेस होती है और इस वजह से बादलों में पानी का मास इनक्रिज हो जाता है। जिसके बाद पानी की भारी बूँदें बारिश करती हैं। इस मेथर्ड से बरसात का रेट हर साल लगभग 10 -30%  इंक्रिज हो जाता है और साथ में Cloud seeding किसी और आर्टिंफिशियल रेन की प्रोसेस से सस्ती भी होती है।

Cloud seeding

आपको बता दें की Cloud seeding किसी भी मौसम में नहीं की जा सकती। Cloud seeding के लिए आसमान में कम से कम 40% बादल होने जरूरी है जिनमें थोड़ा बहुत पानी भी हो क्योंकी अगर बादलों में पानी कम होगा और ह्यूमिडिटी नहीं होगी तो बारिश कराना संभव नहीं हो पाएगा। लेकिन इस समय दुबई में साउदर्न जेट स्ट्रीम चल रही है जिसके चलते Cloud seeding सफल हो पाई।

अब कहा जा रहा है की सोमवार और मंगलवार को दुबई में Cloud seeding करने के लिए अल-ऐन एयरपोर्ट से विमानों ने उड़ान भरी थी और 15-16 अप्रैल के दो दिनों पहले ही ये विमान सात बार उड़े थे। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस प्रोसेस में कुछ गड़बड़ हुई है, जिस वजह से दुबई को ये फलैश फ्लड फेस करना पड़ रहा है।  बता दें की रेगिस्तान में बसे इस शहर में बारिश ने 70 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है।

ये फैल रही है अफवाह

इसी बीच एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें कहा जा रहा है की 14 फरवरी को अबू धाबी में हिंदू मंदिर बनने की वजह से तबाही आई है। ऐसी अफवाह का काफी लोग खंडन भी कर रहे हैं

Abudhabi Temple

बता दें की दुबई में शहरीकरण बहुत ज्यादा है इस शहरों के इन्फ्रास्ट्रक्चर की वजह से यहां भारी बारिश कब खतरनाक बाढ़ में तब्दील हो जाए ये कोई सोच भी नहीं सकता।