कैसे पहुंचे गंगोत्री और यमुनोत्री धाम, यहां पढ़ें पूरी डिटेल

अगर आप गंगोत्री और यमुनोत्री यात्रा पर आने का प्लान कर रहे हैं तो ये पोस्ट आपके लिए है। क्योंकि इस पोस्ट में हम आपके लिए गंगोत्री-यमुनोत्री यात्रा का पूरा प्लान लेकर आए हैं। जिसकी मदद से आप बिना किसी दिक्कत के यात्रा पूरी कर सकते हैं।

सुंदरवादियों के बीच बसा है गंगोत्री धाम

हिमालय की गोद पर बसा हुआ गंगोत्री और यमुनोत्री धाम श्रद्धालुओं के लिए खासा महत्व रखता है। अब सबसे पहले बात करते हैं गंगोत्री धाम की। उत्तरकाशी की सुंदरवादियों के बीच बसा हुआ गंगोत्री श्रद्धालुओं के साथ साथ प्रकृति प्रेमियों को भी अपनी तरफ आकर्षित करता है। हरी-भरी वादियां, चहचहाती चिड़िया और कल-कल बहती मां गंगा इस धाम की सुंदरता में चार चांद लगा देती है। कहा जाता है की गंगोत्री वो जगह है जहां से मां गंगा धरती पर आई थी।

माता यमुना का निवास स्थान है यमुनोत्री धाम

यमुनोत्री धाम को माता यमुना का निवास स्थान माना जाता है। कहते हैं की यहां भाई दूज के दिन यमराज अपनी बहन यमुना से मिलने आते हैं। मान्यता है की जो कोई भी यमुना के पवित्र जल में स्नान करता है वो अकाल मृत्यु के भय से दूर हो जाता है और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है…

कैसे पहुंचे गंगोत्री और यमुनोत्री धाम (How to reach Gangotri and Yamunotri Dham)

आप देश के किसी भी कोने से क्यों ना आ रहे हो गंगोत्री और यमुनोत्री धाम पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले हरिद्वार आना पड़ेगा।

इसके बाद गंगोत्री जाने के लिए आपको यहां से उत्तरकाशी के लिए डायरेक्ट बस या टैक्सी मिल जाएगी। जहां से हर्षिल होते हुए आप गंगोत्री धाम पहुंच सकते हैं।

यमुनोत्री के लिए आपको हरिद्वार या देहरादून से बड़कोट तक बस या टैक्सी मिल जाएगी। जिसके बाद आप लोकल टैक्सी से जानकीचट्टी तक पहुंच सकते हैं और फिर जानकीचट्टी से 5-6 किमी की ट्रेकिंग कर आप यमुनोत्री धाम पहुंच सकते है।

अगर आप हवाई मार्ग से आ रहे हैं तो आपको हरिद्वार का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट जौलीग्रांट है।

अगर आप ट्रेन से आ रहे हैं तो Haridwar Railway station यहां का नजदीकी रेलवे स्टेशन है।

इसके अलावा अगर आप बस से आ रहे हैं तो आप सीधा Haridwar bus station पहुंच सकते हैं।