जोशीमठ में असुरक्षित भवनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक कुल 678 भवन चिह्नित किए जा चुके हैं। सीबीआरआई की टीम ने सोमवार को मलारी इन और माउंट व्यू होटल का सर्वे किया था। आज इन दोनों होटलों से भवनों को ढहाने की शुरुआत होगी। मौके पर एसडीआरएफ तैनात किया गया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए लाउडस्पीकर से अनाउंसमेंट की जा रही है। विशेषज्ञों ने होटल मलारी इन और होटल माउंट व्यू को असुरक्षित घोषित किए जाने के बाद ध्वस्त करने का फैसला किया। इस दौरान मौके पर मौजूद कमांडेंट, एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया की दो होटलों में से मलारी इन को आज चरणबद्ध तरीके से तोड़ा जाएगा। सबसे पहले ऊपर के हिस्से को तोड़ा जाएगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि डूबने से दोनों होटल झुक गए हैं और एक-दूसरे के बेहद करीब आ गए हैं। साथ ही उन्होंने कहा की ये दोनों ही होटल को ध्वस्तकरना जरुरी हो गया है क्योंकि आसपास कई घर और होटल हैं, अगर ये दोनों और डूब गए तो वे गिर सकते हैं। इसलिए, विशेषज्ञों ने उन्हें ध्वस्त करने का फैसला किया। सीबीआरआई विशेषज्ञ भी यहाँ आ रहे हैं, उन्होंने आज एक सर्वेक्षण किया और अब वे उसी पर अधिक तकनीकी जानकारी भी देंगे।

वही जोशीमठ में घरों को खाली कराने और धवस्त करने को लेकर लोगों में आक्रोश है। मलारी इन के मालिक ठाकुर सिंह राणा ने कहा की अगर होटल का ध्वस्तीकरण जनहित में हो रहा है तो मैं सरकार और प्रशासन के साथ हूं, भले ही मेरे होटल में आंशिक दरारें ही क्यों न हों। लेकिन मुझे नोटिस दिया जाना चाहिए था और इसका मूल्यांकन किया जाना चाहिए था। मैं मूल्यांकन के लिए आग्रह करता हूं। जिसके बाद मैं होटल को छोड़ दूंगा।
