नेपाल से अयोध्या आ रही दो शालिग्राम शिला, राम सिया जल्द ही पहुंचेंगे अयोध्या

पडोसी देश नेपाल के जनकपुर से सदियों पहले माता सीता अयोध्या अपने ससुराल आयी थी, अब उसी तरह सौगात के तौर पर रामलला की मूर्ति का पत्थर भी जनकपुर से…

बाबा बागेश्वर धाम के समर्थन में एकजुट हुआ काशीपुर,वीडियो में देखे विशाल ध्वज यात्रा का नजारा

बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में आज काशीपुर में एक विशाल ध्वज यात्रा निकाली गई। ध्वज यात्रा में हजारों की संख्या में लोगों ने जय श्री राम…

बद्रीनाथ धाम के बाद केदारनाथ और यमुनोत्री,गंगोत्री के कपाट इस दिन खुलने का ऐलान

बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल 2023 को खुलना तय हुआ है, जिसके बाद अब मंदिर समिति ने केदारनाथ मंदिर के कपाट 26 अप्रैल और गंगोत्री, यमुनोत्री के कपाट खोलने…

दुर्गा मां के इस मंदिर में शेर भी दर्ज कराते हैं अपनी हाजिरी

उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में कोटद्वार शहर से लगभग 11 किलोमीटर दूर दुगड्डा में दुर्गा मां की एक गुफा हैं। जो लोगों की अटूट आस्था का केन्द्र है। मान्यता है…

बाबा केदार ने ओढ़ी बर्फ की मखमली चादर, वीडियो देखकर आपका भी दिल खुश हो जाएगा

केदारनाथ धाम में कल रात से ही हल्की बारिश के बाद आज जमकर बर्फ़बारी हुई, आलम यह है की केदारनाथ ने बर्फ की मखमली चादर ओढ़ ली है। वीडियो में…

बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने जोशीमठ के नृसिंह मंदिर के लिए किए यह आदेश जारी

जोशीमठ में जमीन धंसकने और दीवारों में दरार जैसी आपदा से जोशीमठ सहम सा गया हैं। जिसके कारण अब वहां के मंदिर भी खतरे की जद में पड़ गए हैं,…

एक ऐसा मंदिर जहाँ मुर्दे भी जिन्दा हो जाते हैं …

प्रकृति की वादियों में बसा यह गांव भारत देश के उत्तराखंड राज्य के पाटनगर देहरादून से 128 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यमुना नदी की तट पर है। दिल को…

हरिद्वार में मकर सक्रांति पर उमड़ा आस्था का सैलाब,देखिए वीडियो

आज दूसरे दिन भी मकर सक्रांति के पर्व पर धर्मनगरी हरिद्वार में तड़के से ही स्नान जारी हो गया हैं। देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा घाटों में डुबकी…

क्या आप जानते है कटने के बाद कहाँ गिरा था गणेश जी का सिर

क्या आप जानते हैं की पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान शिव ने क्रोध में आकर गणेश जी का सिर धड़ से अलग कर दिया था. माता पार्वती के अनुरोध करने…

कुलदेवी अपना स्थान छोड़ने को तैयार नहीं, मैं मां को छोड़ कर कैसे जाऊं – बल्लभ

उत्तराखंड को देवभूमि यूं ही नहीं कहा गया हैं । इस इलाक़े में देवी-देवताओं और हमारे गुरुओं का वास सदियों से ही रहा हैं। जी हां आपको बता दे जोशीमठ…