चारधाम यात्रा की शुरुआत इस बार 22 अप्रैल से होगी। देश-दुनिया से आने वाले तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुगम और व्यवस्थित बनाने के लिए शासन प्रशासन तैयारियों में जुटा है। सरकार को उम्मीद है कि चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या इस बार एक नया रिकॉर्ड बनाएगी।
इन दिनों तय हुई कपाट खुलने की तिथि
केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल, बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल, गंगोत्री धाम के कपाट 22 अप्रैल तो यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि 22 अप्रैल को तय की गई है।
बिना पंजीकरण के नहीं कर पाएंगे दर्शन
चारधाम यात्रा के लिए आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। 21 फरवरी यानी की कल से रजिस्ट्रेशन शुरू हो रहे हैं। बिना पंजीकरण के दर्शन के लिए अनुमति नहीं मिलेगी। इस बार ऑफलाइन पंजीकरण के लिए चारधाम यात्रा मार्गों पर काउंटर नहीं खोले जाएंगे। ऋषिकेश स्थित यात्रा कार्यालय में केवल एक ही काउंटर खुलेगा।
स्वास्थय परीक्षण कराने की दी सलाह
पर्यटन विभाग ने चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से यात्रा से पहले स्वास्थ्य परीक्षण कराने की सलाह दी है। साथ ही सुझाव दिया कि यात्रा मार्ग पर शिविरों व पड़ावों में धीरे-धीरे यात्रा करें, ताकि गर्म इलाकों से आने वाले यात्री स्वयं को यहां की जलवायु के अनुकूल ढाल सकें।
चार धाम यात्रा में IRCTC की सर्विस
मिली जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि तीर्थयात्री जल्द ही भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम की वेबसाइट पर जाकर हेली सेवाओं की बुकिंग कर सकेंगे। आईआरसीटीसी के पास रेलवे टिकट बुकिंग की एक मजबूत प्रणाली है। केदारनाथ हेली सर्विस के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विभाग प्राधिकरण (यूसीएडीए) के अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी अनिल सिंह ने मीडिया को बताया कि आईआरसीटीसी को ऑनलाइन टिकट बुकिंग देने के लिए विचार किया जा रहा है।
इन माध्यम से करा सकते है पंजीकरण
वेबसाइट- registrationandtouristcare.uk.gov.in
वाट्सएप नंबर 91-8394833833
टोल फ्री नंबर 0135-1364
एप touristcareuttrakhand
चार धाम यात्रा के लिए ऐसे करे पंजीकरण
- पर्यटन विभाग की ओर से यात्रा के लिए जारी वेबसाइट पर यात्री पंजीकरण करा सकते हैं।
- इसके लिए उन्हें अपनी पहचान व पते से जुड़े दस्तावेज अपलोड करने के साथ ही अपना सही मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा।
- वाट्सएप नंबर पर yatra टाइप कर पंजीकरण कराया जा सकता है।
- इसके अलावा फोन पर पंजीकरण करने के लिए टोल फ्री नंबर का उपयोग किया जा सकता है।
- विभाग द्वारा जारी एप को मोबाइल पर डाउनलोड कर इसके माध्यम से भी पंजीकरण कराया जा सकता है।
