लगातार महंगाई की मार के बाद अब प्रदेश में बिजली की दर बढ़ गई है। इस टैरिफ को 1 अप्रैल से लागू किया जाएगा। उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी।
राज्य गठन के बाद प्रदेश को बिजली के दामो में बड़ा झटका लगने जा रहा है, ये पहला मौका है जब बिजली के दामो में 13.25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। जिसमे सबसे ज्यादा बिजली का भार घरेलू कंज्यूमर पर पड़ने जा रहा है।
प्रदेश में महंगी हुई बिजली की दर
उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने साल 2023– 24 के लिए बिजली टैरिफ प्लान घोषित किया है। इस टैरिफ प्लान में सबसे ज्यादा बिजली के बढ़े दामों की मार आम जनता पर पढ़ने जा रही है। जो घरेलू उपभोक्ता हैं यानी कि प्रति यूनिट पर डोमेस्टिक कंज्यूमर पर 5 से 40 पैसे तक बिजली के दाम बड़े हैं। वहीं कमर्शियल कंज्यूमर के लिए 30 से 80 पैसे बिजली के दामो में इजाफा हुआ है। वहीं इंडस्ट्रियल एरिया में भी 65 पैसे प्रति यूनिट बिजली के दामो में बढ़ोतरी देखने को मिली है।
मत्स्य पालकों को दी है राहत
उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग द्वारा जारी टैरिफ में केवल मत्स्य पालकों को राहत दी गयी है। राज्य के सात हजार मत्स्य पालक अभी तक व्यावसायिक श्रेणी में आते थे। विद्युत आयोग ने पहली बार इन्हें कृषि श्रेणी में शामिल कर लिया है। व्यावसायिक से कृषि बनने पर इन मत्स्य पालकों को हर वर्ष 60 से 80 हजार रुपए की बचत होगी।
किसानों के लिए राहत
किसानों को भी प्राइवेट ट्यूबवेल का बिल 1 महीने के भीतर जमा कराने पर 5% की छूट मिलेगी। बिल समय से जमा ना कराने वाले किसानों का कनेक्शन 4 महीने से पहले नहीं कटेगा।
