पिंजरे में कैद हुआ किमाड़ी का आदमखोर गुलदार, दो बच्चों की ले चुका था जान

किमाड़ी के आदमखोर गुलदार को वन विभाग की टीम ने पिंजरे में कैद कर लिया है। जिसके बाद दूनवासियों ने राहत की सांस ली। बता दें गुलदार अभी तक दो बच्चों को निवाला बना चुका था। जबकि एक बच्चे को घायल किया था।

पिंजरे में कैद हुआ किमाड़ी का आदमखोर गुलदार

बता दें आदमखोर गुलदार ने अभी तक दो बच्चों को मौत के घाट उतार चुका था। जबकि एक बच्चा बुरी तरह घायल हुआ था। जिसके बाद से दूनवासियों में दहशत का माहौल था। गुलदार के पिंजरे में कैद होने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।

रिखोली गांव से पकड़ा गया आतंक का पर्याय बना गुलदार

प्रभागीय वन अधिकारी वैभव कुमार ने बताया कि गुलदार को पकड़ने के लिए तीन टीमों का गठन किया गया था। जो अलग-अलग क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। आज सुबह रिखोली ग्राम के क्षेत्र अंतर्गत आतंक का पर्याय बन चुके गुलदार को पकड़ लिया गया है। उन्होंने इसके लिए वन विभाग की टीम की सराहना की। जिन्होंने रात दिन गुलदार को पकड़ने के लिए कार्य किया और अपनी जान की परवाह ना करते हुए आदमखोर गुलदार को पकड़ा है।

दो बच्चों को बना चुका था निवाला

किमाड़ी में 25 फरवरी को किमाड़ी मार्ग पर गल्जवाड़ी गांव से करीब दो किलोमीटर नीचे वन क्षेत्र में वन गुर्जर बस्तीमें गुलदार ने शौच के लिए गए 10 साल के बच्चे को अपना निवाला बनाया था। इसके अलावा राजपुर थाना क्षेत्र के सिंगली गांव में घर के आंगन में खेल रहे साढे तीन साल के बच्चे को गुलदार उठाकर ले गया था। गुलदार के जानलेवा हमले में बच्चे की मौत हो गई थी। बच्चे के शव को घर से कुछ दूरी से बरामद किया गया था। घटना के बाद से ग्रामीणों के साथ-साथ वैन विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ था। मामले का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी सख्त रवैया अपनाते हुए वन विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द गुलदार को पकड़ने के दिशा-निर्देश दिए थे।